नई दिल्ली : भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने बताया कि बुधवार को अफगानिस्तान में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र 121 किलोमीटर (75 मील) की गहराई पर था। तेज झटकों के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए। भूकंप की वजह से फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
बीते महीने 29 मार्च को भी अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.7 दर्ज की गई थी। इस भूकंप का केंद्र काबुल के पास था। भूकंप का असर अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान के भी कई इलाकों में महसूस किया गया था।
29 मार्च से पहले इसी साल 21 फरवरी को भी अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.9 मापी गई थी। देर रात आए इस भूकंप के कारण कई लोग घरों से बाहर भागते नजर आए थे।
अफगानिस्तान हिमालयन टेक्टोनिक प्लेट्स के नज़दीक स्थित है, जहां भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच लगातार टकराव होता रहता है। यही टकराव अफगानिस्तान में बार-बार भूकंप का कारण बनता है।
बता दें कि, अफगानिस्तान के इतिहास में सबसे खतरनाक और विनाशकारी भूकंप 10 अक्टूबर 2005 को आया था। यह भूकंप रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का था और इसका केंद्र पाकिस्तान के कश्मीर क्षेत्र के पास था। इस भूकंप का प्रभाव अफगानिस्तान के कई हिस्सों में महसूस किया गया। इस त्रासदी में अफगानिस्तान में सैकड़ों लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे। सैकड़ों घर, स्कूल, अस्पताल और अन्य इमारतें धराशायी हो गई थीं।