हाजीपुर : बिहार के हाजीपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के सरकारी हॉस्पिटल में पैसों के लिए डॉक्टर द्वारा घिनौना खेल खेला जा रहा है। आरोप है कि डॉक्टर ने पैसों के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदल दिया है और हत्या से हुई मौत के मामले को हार्ट अटैक बताया है। इस मामले में 2 डॉक्टर समेत 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई है।
वैशाली पुलिस ने सदर अस्पताल के एक डॉक्टर सहित तीन लोगों पर केस दर्ज किया है, जिसमें एक प्राइवेट डॉक्टर भी शामिल है और सभी मिलकर अवैध उगाही का घिनौना खेल कर रहे थे। दरअसल रस्सी से गला घोंटकर हत्या मामले में 25 हजार रिश्वत नहीं मिलने पर सदर अस्पताल के डॉक्टर सोनू कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक लिखकर मामला ही पलट दिया।
मामले में मृतका मीना देवी के फौजी बेटे जितेंद्र महतो ने सदर अस्पताल के डॉक्टर सोनू कुमार, नगर के चौहट्टा स्थित नारायणी हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर समीर कुमार व उसके साले मनीष कुमार पर केस दर्ज कराया है।
इस बारे में मामले की जांच कर रहे एसडीपीओ सदर ओमप्रकाश ने बताया कि रिश्वतखोरी का कॉल रिकॉर्डिंग क्लिप (रिश्वतखोरी का प्रमाण) सहित सारे सबूत की जांच करने पर यह बात सामने आई कि डॉक्टर द्वारा 25 हजार रुपये की मांग की गई और पैसा नहीं देने पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत लिख दिया।
उन्होंने बताया कि काजीपुर थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है और मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि मृतका मीना देवी की हत्या रस्सी से गला घोंटकर बीते 1 अप्रैल को हुई थी। मीना की हत्या उनके ही घर में उनकी बहु प्रिया राज ने अपने प्रेमी मिलन कुमार के साथ मिलकर की थी, जिसमें पुलिस ने प्रिया राज व मिलन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बहरहाल सदर अस्पताल पहले भी कई मामलों को लेकर सवालों के घेरे में रहा है लेकिन डॉक्टर के इस घिनौने खेल ने मानवता को ही शर्मसार कर दिया है।