नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के स्टार तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया है। वह अब इस फॉर्मेट में अपने देश के लिए खेलते हुए नहीं दिखेंगे। ऐसे में 2026 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले यह ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए एक बड़ा झटका है। स्टार्क 2021 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। वह टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भी ऑस्ट्रेलिया के स्क्वॉड में शामिल थे।
टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से स्टार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए एक भी टी-20 मैच नहीं खेला है। संन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने बताया कि वह टेस्ट, वनडे और डोमेस्टिक टी-20 लीग में खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसका मतलब है कि वह आईपीएल में भी खेलते हुए नजर आएंगे। स्टार्क ने इसके साथ ही यह भी बताया कि उन्होंने टेस्ट और वनडे पर अधिक ध्यान देने के लिए यह फैसला लिया है।
स्टार्क ने अपने बयान में कहा कि टेस्ट क्रिकेट हमेशा से मेरे लिए पहली प्राथमिकता रही है। मैंने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले गए हर टी-20 मैच के हर मिनट का आनंद लिया है, खासकर 2021 वर्ल्ड कप का, सिर्फ इसलिए नहीं कि हम जीते, बल्कि इसलिए भी कि हमारे पास एक शानदार टीम थी और उस टूर्नामेंट के दौरान हमें खेलने में काफी मजा आया।
भारत के टेस्ट दौरे, एशेज और 2027 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप को देखते हुए, मुझे लगता है कि इन टूर्नामेंट्स के लिए तरोताजा, फिट और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बनाए रखने का यह मेरा सबसे अच्छा तरीका है। इससे गेंदबाजी यूनिट को उस टूर्नामेंट से पहले के मैचों में टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए भी समय मिल जाता है।
स्टार्क ने 2012 में टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था। इससे पहले वे ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट और वनडे क्रिकेट खेल चुके थे। स्टार्क ने 65 टी-20 इंटरनेशनल मैच में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान वह 23.81 के औसत से 79 विकेट लेने में कामयाब रहे। वह टी-20 फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनसे पहले लेग स्पिनर एडम जम्पा का नाम है। जम्पा ने 103 मैचों में 130 विकेट चटकाए हैं।