नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दरअसल दिल्ली पुलिस के थाना सराय रोहिल्ला की टीम ने हथियारों की बड़ी खेप और कच्चे माल के साथ एक अवैध हथियार की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में समन्वित फील्डवर्क, तकनीकी निगरानी, स्थानीय मुखबिरों और सीडीआर डेटा से पुष्टिकरण शामिल था।
दिल्ली की टीम ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों से लगातार छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि इस छापेमारी में पुलिस ने 12 देसी पिस्तौल, बिना स्क्रू और कच्चे माल के 250 से ज्यादा पिस्तौलें बनाने का कच्चा माल बरामद किया है।
दरअसल 11 से 12 अगस्त की दरम्यानी रात को चूना भट्टी, सराय रोहिल्ली दिल्ली निवासी एक महिला की शिकायत पर थाना सराय रोहिल्ला में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। इसमें महिला ने आरोप लगाया था कि एक लड़के ने उसके भाई शुभम उर्फ लाला पर गोली चलाई, जबकि वे अपने घर की छत्त पर खड़े। फायरिंग में इस्तेमाल की गई देसी पिस्तौल को एक पड़ोसी ने नाबिलग से छीन लिया। हालांकि इस दौरान नाबालिग वहां से भागने में कामयाब रहा।
जांच के दौरान सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने दिल्ली के रहने वाले 16 वर्षीय नाबिलग अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान नाबालिग ने बताया कि भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने को लेकर उसका शुभम से विवाद हुआ था, जिसके चलते नाबालिग उसके घर गया और उस पर गोली चला दी। पुलिस ने उसके पास से देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।
इसके बाद पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने लगभग 2 महीने पहले अलीगढ़ के बंटी से देसी पिस्तौल खरीदी थी। इसके बाद जब जांच आगे बढ़ने लगी तो पुलिस ने बंटी को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 5 खाली और 1 जिंदा कारतूस बरामद हुआ।
इसी तरह जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ जारी रखी। टेक्निकल और स्थानीय क्षेत्र से एकत्रित जानकारी के अनुसार 1 सितंबर 2025 को पुलिस टीम अलीगढ़ के जट्टारी पिशावा रोड स्थित एक खेत में पहुंची, जहां 2 कमरे बने हुए थे और बाहर ताला लगा हुआ था।
पुलिस ने ताला तोड़ा और अंदर जाकर देखा तो पाया कि हनवीर नामक व्यक्ति द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध हथियार बनाए जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने देसी पिस्तौल समेत कच्चे माल को जब्त कर लिया और इससे संबंधित आरोपियों में से कुछ की गिरफ्तारी हो चुकी है और आगे की जांच की जा रही है।