जम्मू : जम्मू-कश्मीर में आज से सियासी मौसम भी बदलने वाला है। प्रदेश में राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद राजनीतिक गतिविधयां तेज हो जाएंगी। चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी करने के लिए छह अक्तूबर की तारीख तय की है। राज्यसभा चुनाव का शेड्यूल आयोग ने पहले ही जारी कर दिया है। प्रदेश में राज्यसभा की चार सीटें हैं। सभी सीटें 2021 से खाली हैं। चारों सीटों के लिए प्रदेश विधानसभा के 88 विधायक मतदान करेंगे। चुनाव आयोग के तय शेड्यूल के अनुसार 24 अक्तूबर को मतदान होगा और इसी दिन शाम को परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
राज्यसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा के बीच रोमांचक मुकाबले के आसार हैं। दोनों ही राजनीतिक दलों ने चारों सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही है। कांग्रेस और पीडीपी मुख्य दौड़ से बाहर होने के बावजूद राज्यसभा चुनाव में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। कांग्रेस के छह विधायक हैं और पार्टी अपने सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस से एक राज्यसभा सीट के लिए मोलभाव कर रही है।
इसी क्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जम्मू-कश्मीर आने वाले हैं। कांग्रेस ने उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ होने वाले मतभेद को सुलझाने के लिए नियुक्त किया है। पीडीपी के पास तीन विधायक हैं। पीडीपी पहले ही यह तय कर चुकी है कि उसके विधायक चेहरा देखकर वोट डालेंगे। पीडीपी के नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ जाने के आसार कम हैं लेकिन पार्टी ने भाजपा या कांग्रेस को लेकर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस राज्यसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी चारों सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमें से तीन सीटें जीतना तय है। एक सीट पर भी मुकाबला कड़ा होगा। पार्टी की मुख्य कार्यकारी समिति में राज्यसभा के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी और उसके बाद फैसला किया जाएगा। -इमरान नवी डार, प्रवक्ता, नेशनल कॉन्फ्रेंस
भाजपा चारों सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। राज्यसभा चुनाव में पार्टी की जीत होना तय है। पार्टी राज्यसभा चुनाव को लेकर लगातार तैयारी कर रही है। इस बारे में बैठक भी आयोजित की गई है। भाजपा हाईकमान राज्यसभा में उम्मीदवारों के नाम जल्द तय करेगी। यह नाम तय होने के बाद आगामी समीकरणों पर काम शुरू हो जाएगा। –सुनील सेठी, मुख्य प्रवक्ता भाजपा