नई दिल्ली : बाजार ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट से शुरुआती दौर में झटका खाने के बाद उसे ठेंगा दिखा दिया है। शुरुआती दौर में लग रहा था कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण बाजार में एक बार फिर बड़ा नुकसान हो सकता है, अडानी ग्रुप सहित कुछ बड़ी कंपनियों को भी रिपोर्ट के कारण बड़ा नुकसान हो सकता है।
लेकिन शुरुआती दौर में कुछ नुकसान होने के बाद बाजार तेजी से संभला और अब यह बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। इस समय बीएसई 80 हजार के अंक के आसपास ट्रेड कर रहा है। इस बीच यह प्रश्न बहुत महत्त्वपूर्ण हो गया है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट का बाजार पर कोई असर क्यों नहीं हुआ जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही थी?
शेयर बाजार ने हिंडनबर्ग पर अपनी प्रतिक्रिया देकर मामला भले ही ठंडा कर दिया हो, लेकिन राजनीतिक हलके में रिपोर्ट के कारण भारी तूफान आता दिखाई दे रहा है। भाजपा ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को देश की अर्थव्यवस्था के खिलाफ एक सुनियोजित षडयंत्र बताया है। वहीं, विपक्ष आज भी इस मामले पर जेपीसी गठित कर इस मामले की जांच कराने की मांग कर रहा है।