पटना : 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए मंगलवार 4 नवंबर को शाम 5 बजे प्रचार थम गया है। जिन 18 जिलों में मतदान 6 नवंबर को है, वहां जनसभाएं अब नहीं हो सकेंगी। छोटी-मोटी सभा भी नहीं। अखबारों में विज्ञापन भी 5 और 6 नवंबर को नहीं आएंगे। आज शाम 5 बजे के बाद, अब विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रत्याशी 5 नवंबर की रात तक सिर्फ जनसंपर्क कर सकेंगे और उसमें वह मजमा जैसा भी नहीं लगा सकेंगे।
बिहार में पहले चरण मतदान के लिए गजट नोटिफिकेशन 10 अक्टूबर को जारी किया गया था। 10 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया हुई। दीपावली के दिन, 20 अक्टूबर को नाम वापसी की अंतिम तारीख थी।
पहले चरण के लिए 18 जिलों की 121 सीटों पर नामांकन हुआ। यह जिले हैं- मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर। इन 121 सीटों पर कुल 2496 नामांकन दाखिल हुए थे। जांच के क्रम में 1939 को वैध पाया गया। उनमें से 70 प्रत्याशियों ने नामांकन बाद में वापस ले लिया। इसके बाद, कई सेट में नामांकन की छंटनी करते हरेक प्रत्याशी के एक नामांकन को लिया गया तो प्रत्याशियों की कुल वास्तविक संख्या 1314 रह गई।
दीपावली-छठ की छुट्टी के बीच राजनीतिक दलों का प्रचार किसी तरह चला, लेकिन छठ के बाद जब गति बढ़ी भी तो जनसभाओं और माइक के प्रचार पर ही सारा ध्यान रहा। होर्डिंग-बोर्ड-बैनर और पोस्टर वगैरह बहुत कम नजर आए। अब 6 नवंबर को मतदान की तैयारी शुरू हो गई है। मतदान कर्मियों को आज इन सभी जिलों में ड्यूटी संबंधित कागजात लेने के लिए बुलाया गया।
कल सभी मतदान कर्मी ईवीएम-वीवीपैट आदि लेंगे और रात में मतदान केंद्र पर पहुंच भी जाएंगे, ताकि 6 नवंबर को सुबह 5 बजे से मॉक पोल कराने के बाद निर्धारित समय पर मतदान शुरू करा सकें। मतदान शुरू होने का समय आम तौर पर सुबह 7 बजे रखा गया है और वोटिंग खत्म होने का समय शाम 6 बजे है। कुछ सीटों पर यह समय 5 बजे शाम तक रखा गया है।
