नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 वार्ड के लिए रविवार को उपचुनाव हुए। इस दौरान बेहद कम मतदान हुआ। कुल मतदान 38.51 फीसदी हुआ। शाम चार बजे तक कुल 31.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ था और चार बजे तक 31 फीसदी मतदान हुआ।
कुल 12 वार्ड में हुए मतदान के दौरान चांदनी महल में सर्वाधिक 41.95 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। संगम विहार-ए में 38.62 प्रतिशत और मुंडका में 37.82 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे कम मतदान ग्रेटर कैलाश में दर्ज किया गया। वहां केवल 20.87 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। द्वारका-बी में 23.72 प्रतिशत, चांदनी चौक में 27.91 प्रतिशत, अशोक विहार में 28.13 प्रतिशत और शालीमार बाग-बी में 28.28 प्रतिशत मतदान हुआ। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
परिणामों से यह संकेत मिलने की संभावना जताई जा रही है कि वर्ष की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत के बाद राष्ट्रीय राजधानी के मतदाताओं का रुख किस ओर है। राज्य निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के लिए 143 मतदान केंद्रों पर कुल 580 बूथ स्थापित किए थे। निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के 2,320 कर्मी, 580 होमगार्ड और 2,265 अन्य कर्मचारी तैनान किए गए। इसके साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 13 कंपनी भी तैनात की गईं।
एमसीडी उपचुनाव में 26 महिलाओं सहित 51 उम्मीदवार मैदान में थे। भाजपा ने आठ महिला उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा। इसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने छह और कांग्रेस ने पांच महिला उम्मीदवार उतारी। इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीतकर 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की और ‘आप को सत्ता से बेदखल किया।
इसके बाद एमसीटी उपचुनाव में मतदान प्रतिशत बेहद कम रहा है। इस वजह से मतदाताओं का असली मूड इस चुनाव के नतीजों से परखना मुश्किल होगा। हालांकि, मौजूदा समय में वायु प्रदूषण दिल्ली में बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
