उत्तराखंड : कांग्रेसी नेता के घर में बेटी को बंधक बनाकर लूटकांड का खुलासा, चार गिरफ्तार

Haridwar-Lootkand

हरिद्वार : शिवालिक नगर में कांग्रेस नेता की बेटी को बंधक बनाकर लूटपाट के मामले का सीआईयू और रानीपुर पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए मास्टरमाइंड सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। नेता के परिचित प्रॉपर्टी डीलर ने जमीन के सौदे में 10 लाख डूबने के बाद आरोपियों के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी। 

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटे गए जेवरात, तीन लाख रुपये और घटना में इस्तेमाल दो तमंचे, बाइक बरामद कर ली। चारों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

मायापुर स्थित एसपी सिटी कार्यालय में एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने पत्रकार वार्ता कर लूटकांड का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि 26 अगस्त की दोपहर शिवालिक नगर स्थित बीएचईएल से रिटायर्ड कर्मचारी और प्रॉपर्टी डीलर चौधरी कुलबीर सिंह के घर पर तीन बदमाशों ने धावा बोल दिया था। 

तमंचे की नोक पर बदमाशों ने उनकी बेटी मोना चौधरी को बंधक बनाकर जेवरात, नकदी और कार लूट ली थी। बाद में कार को पथरी पावर हाउस के पास छोड़कर भाग गए थे।

इस मामले में मोना चौधरी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर सीआईयू-पुलिस की आठ टीमें खुलासे के लिए लागई गईं थीं। करीब एक हजार सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ ही सौ से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ की गई।

अहम सुराग मिलने के बाद रविवार को मुखबिर की सूचना पर कोतवाल कमल मोहन भंडारी और सीआईयू प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने टीम के साथ सुमननगर रोड नंबर तीन स्थित एक झोपड़ी से घटना के मास्टरमाइंड अजीत निवासी टिहरी विस्थापित कॉलोनी रानीपुर को गिरफ्तार कर लिया।

उसके बताए ठिकाने से आरोपी सोमपाल उर्फ छोटू निवासी साल्हाखेड़ी थाना तितावी जिला मुजफ्फरनगर, नरेश निवासी ग्राम सिकंदरपुर ककौड़ी थाना बाबूगढ़ जिला हापुड़ यूपी, विवेक निवासी ग्राम नागल थाना बड़ौत जिला बागपत यूपी को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से तीन लाख रुपये नकद, दो तमंचे, छह जिंदा कारतूस, लूटी गई चैन व अंगूठी और घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक बरामद की गई।

एसएसपी ने बताया कि अजीत खुद प्रॉपर्टी का काम करता है। सुमननगर में उसने प्लॉटिंग की हुई है। उसने पूछताछ में बताया कि उस पर काफी कर्जा है। बेटी की शादी तय हो गई थी। पैसे की तंगी थी। वह चौधरी कुलवीर सिंह को करीब चार साल से जानता था। उसने उनसे जमीन का 67 लाख में सौदा किया था, जिसमें 10 लाख बयाना दिया था।

तय समय पर जमीन नहीं बिकवा सका। तब उससे जमीन भी वापस ले ली गई और 10 लाख भी वापस नहीं किए। इसलिए उसने बदला लेने और पैसे की भरपाई करने के लिए लूट की साजिश रची। अजीत ने अपने पुराने परिचित और शातिर अपराधी सोमपाल उर्फ छोटू को इस खेल में शामिल किया। 

सोमपाल ने अपने परिचित अर्पित, विवेक व नरेश को पैसे का लालच देकर लूट के लिए तैयार किया। घटना से 20 दिन पहले मेरे पास सुमननगर में पहुंचे आरोपियों को उसने कुलबीर सिंह का घर दिखाया था। तब 25 अगस्त को प्लॉट पर बैठकर पांचों लोगों ने बैठकर लूट की पूरी योजना बनाई।

इंस्पेक्टर कमल मोहन भंडारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लूटी गई ज्वैलरी में से एक चेन व अंगूठी सोमपाल ने अजीत को दी थी। रविवार को उसे फोन कर आरोपी लूट में मिले माल को बेचने के बाद मिली रकम से उसका हिस्सा देने सुमननगर झोपड़ी में आ रहे थे। तभी सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।

इंस्पेक्टर कमल मोहन भंडारी ने बताया कि आरोपी सोमपाल उर्फ छोटू मुजफ्फरनगर का गैंगस्टर है। उसके खिलाफ राजस्थान के थाना सिविल लाइन अजमेर में मारपीट, हरियाणा के थाना तहसील कैंप पानीपत में लूट, कोतवाली रुड़की में साल 2004 में बाइक लूट, मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर में 2006-7 में हत्या का केस, राजस्थान के जिला सीकर में 2012 में हत्या, थाना शामली में वर्ष 2005-06 में स्कूटर चोरी, थाना फुगाना मुजफ्फरनगर में कार लूट और जिला मुजफ्फरनगर में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज है।