रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है। झामुमो ने रविवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर तीनों अधिकारियों को हटाने की मांग की है।
झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, ‘गिरिडीह पुलिस ने आज मंडल मुर्मू के साथ कुछ अन्य व्यक्तियों को ले जा रहे वाहन को रोका। जब पूछा गया, तो वाहन में बैठे लोगों ने बताया नहीं कि वे कहां जा रहे थे। इसलिए, पुलिस ने वाहन को हिरासत में ले लिया। मंडल मुर्मू झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावकों में से एक हैं, जिन्होंने बरहाइट विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है।’
भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन हमारे स्टार प्रचार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सोरेन के प्रस्तावक को चुनावी नतीजों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए प्रभावित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करके गिरिडीह प्रशासन पर वाहन छोड़ने के लिए दबाव डाल रहे हैं। भट्टाचार्य ने दावा किया कि यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है और उन्होंने चुनाव आयोग से मामले की जांच करने का आग्रह किया।
उन्होंने चुनाव आयोग से झारखंड में निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सीईओ के साथ-साथ आईपीएस अधिकारियों संजय आनंद लाठकर और एवी होमकर को उनके चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करने का भी आग्रह किया।
भट्टाचार्य के आरोप के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार से संपर्क किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया गया है।
वहीं, विपक्षी भाजपा ने भी चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ बिना किसी सबूत के गंभीर आरोप लगाने के लिए झामुमो प्रवक्ता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। भाजपा ने कहा कि झामुमो को मुर्मू के साथ कार में आए लोगों का विवरण सामने लाना चाहिए।