मुर्शिदाबाद : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा थमने का नाम नहीं रहे है। मुर्शिदाबाद के धुलियान में आज सुबह फिर आगजनी की घटना हुई। इस इलाके में एक समुदाय विशेष की दुकान को जला दिया गया। यह दुकान चूड़ी और कॉस्मेटिक्स की थी। वक्फ संशोधन कानून के विरोध को लेकर यहां हिंसा भड़क उठी। बड़े पैमाने पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं हैं।
धूलियान क्षेत्र में केंद्रीय बलों को तैनात कर दिया गया है, लेकिन दुकानें अभी भी जल रही हैं। बताया जाता है कि बुधवार सुबह करीब 6 बजे धुलियान क्षेत्र में नगरपालिका के पास स्थित एक कॉस्मेटिक्स की दुकान में कथित तौर पर आग लगा दी गई। बाजार में लोग काफी डरे हुए हैं।
हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग दुकानें खोलने से डर रहे हैं। पिछले शुक्रवार को हिंसा के दौरान बाजार के अधिकांश CCTV तोड़ दिए गए थे। इस बीच, पुलिस कुछ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है। दुकान के मालिक सौरव साहा का कहना है कि उन्हें कुछ अंदाजा नहीं कि यह किन लोगों ने ऐसा किया।
सूत्रों के मुताबिक वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ मुर्शिदाबाद में हुए आंदोलन के दौरान जो हिंसा फैली उसमें बांग्लादेशी कट्टरपंथी ‘स्थानीय नेताओं की मदद से’ शामिल थे। सूत्रों ने एक खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बांग्लादेश स्थित दो कट्टरपंथी संगठनों- जमात-उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) के सदस्य कथित तौर पर मुर्शिदाबाद हिंसा में शामिल थे। इस हिंसा में तीन लोग मारे गए थे। सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेशी बदमाशों द्वारा की गई थी, जिन्हें कथित तौर पर एक राजनीतिक दल के स्थानीय नेताओं की मदद मिली थी।
बता दें कि वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ शुक्रवार और शनिवार को जिले के सुती, धुलियान और जंगीपुर सहित कई इलाकों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज में बीएसएफ, सीआरपीएफ (CRPF), राज्य पुलिस और आरएएफ (RAF) के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है।