कानपुर देहात : रसूलाबाद थाना क्षेत्र के बहेलियनपुरवा में सोमवार सुबह मामी ओर भांजे के एक साथ शव संदिग्ध हालात में मिले। मामी का शव चारपाई पर पड़ा मिला, जबकि भांजा पास में दीवार के सहारे टिका था। दोनों के गले पर फंदे के निशान पाए गए हैं। वहीं पास में एक कोल्डड्रिंक की बोतल मिली है। परिवार के लोगों ने पुलिस के सामने जहरीला पदार्थ खाने की बात कही। वहीं, पुलिस गले पर मिले निशान से दोनों के फंदा लगाए जाने की बात कह जांच कर रही है।
बहेलियनपुरवा निवासी सुखराम की पत्नी मीना देवी(30) और कन्नौज जिले के निगोह, छिबरामऊ निवासी इंद्रेश (28) का शव एक ही कमरे में मिले। मीना का शव चारपाई पर पड़ा था, जबकि पास में दीवार के सहारे इंद्रेश का शव टिका मिला।
घटना की जानकारी पर रसूलाबाद सीआे सौरभ वर्मा, थानाध्यक्ष पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल से फॉरेसिक टीम की मदद से जांच पड़ताल साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मृतका की बेटी वर्षा, जेठानी शांती देवी, सांस विद्यावती आदि से जानकारी ली।
शांती ने बताया कि इंद्रेश रिश्ते में मीना का भांजा है। अक्सर घर आता जाता रहता था। बेटी वर्षा ने बताया कि इंद्रेश रविवार की शाम पांच बजे के करीब घर आया था। रात में वह एक बोतल में कोल्डड्रिंक लेकर आया था। उसने और मम्मी ने पी थी। रात में खाना खाने के बाद वह बहन सीजल, भाई अर्पित, ऋतिक के साथ अलग कमरे में सोने चली गई।
सुबह उठने पर दोनों के शव पड़े मिले। इधर पुलिस छानबीन में दोनों के गले पर निशान मिले। पुलिस ने दोनों के फंदा लगाकर आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई है। वहीं कुछ लोग दोनों के जहरीला पदार्थ खाने की चर्चा करते रहे।
इधर घटना की जानकारी पर मृतका के मायके पलरा किसान नगर सचेंडी कानपुर से परिजन आ पहुंचे। परिवार के लोग पहले पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते रहे। पुलिस ने समझाकर दोनों के शव दोपहर बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजे।
फॉरेसिंक टीम के साथ पुलिस टीम ने मौके पर जांच पड़ताल की है। प्रथमदृष्टया जांच में दोनों के गले में फंदे लगने के निशान मिले हैं। परिवार के लोग पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे, समझा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। दोनों के बीच संबंध थे। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। – राजेश पांडेय, एएसपी
मीना का पति सुखराम पंजाब में रहकर पेड़ों की कटाई-छंटाई का कार्य करता है। वह करीब एक माह से पंजाब में ही है। भाभी शांती ने बताया कि घर की स्थिति ठीक न होने पर सुखराम बाहर नौकरी करने चला गया था। बच्चों की देखरेख मीना ही कर रही थी। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मीना जल्दी उठ जाती थी, सोमवार सुबह देर तक आहट न मिलने पर वह पहुंची तो इंद्रेश व मीना के शव पड़े मिले।
पुलिस की जांच में पता चला कि इंद्रेश मकान बनाने का काम करता था। सुखराम ने पिछले साल मकान बनवाया था। तब इंद्रेश यहीं पर रह कर काम करता था। उसकी पत्नी माधुरी ने तीन साल पहले आत्महत्या की थी।