ढाका : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उन पुलिसकर्मियों की विधवाओं के साथ एक वर्चुअल संवाद किया, जिनके पति प्रदर्शनकारियों के हमलों में मारे गए थे। संवाद के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में बढ़ती आतंकी गतिविधियों की निंदा करते हुए कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस ने देश को एक आतंकी स्टेट में तब्दील कर दिया है। इस दौरान उन्होंने वादा किया कि पीड़ित परिवारों की मदद की जाएगी और हत्यारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छात्र आंदोलन के दौरान सिराजगंज में पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया था। हिंसा के दौरान यहां कई पुलिस अधिकारी मारे गए थे। इस हिंसा पर शेख हसीना ने कहा, “मैं लौटूंगी और हमारे पुलिसकर्मियों की मौतों का बदला लूंगी।” उन्होंनं कहा कि यूनुस की अंतरिम सरकार में एक स्वयंभू छात्र नेता है जो कहता है कि बिना पुलिसकर्मियों की हत्या के कोई क्रांति नहीं होती। उन्होंने कहा, “हमें इस अराजकता को समाप्त करना होगा।”
शेख हसीना ने बीते साल पांच अगस्त को हिंसा से बच जाने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, “अल्लाह ने मुझे दूसरी जिंदगी दी है और मैं मानती हूं कि यह किसी उद्देश्य के लिए है।” हसीना ने कहा कि जो लोग बांग्लादेश को आतंकी स्टेट में बदल चुके हैं और जिनके कारण मानवाधिकारों का हनन हो रहा है, वो एक दिन कानून का सामना करेंगे।