अयोध्या : रामनगरी मंगलवार को ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। ध्वजारोहण का यह महापर्व परंपरा, आस्था और राष्ट्रभावना का अनोखा संगम बनेगा। ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त 11:58 से दोपहर 12:30 बजे तक है। 32 मिनट का यह शुभ योग भगवान श्रीराम के जन्म नक्षत्र अभिजीत मुहूर्त से मेल खाता है।
ध्वजारोहण समारोह के लिए 21 नवंबर से चल रहे अनुष्ठानों की भी पूर्णाहुति मंगलवार को होगी। सुबह छह से 10 बजे तक अनुष्ठान होंगे। प्रधानमंत्री राम दरबार व गर्भगृह में रामलला के दर्शन कर पूजन करेंगे। यहां से वह सप्तऋषि मंदिर और फिर माता अन्नपूर्णा मंदिर में प्रार्थना कर मुख्य समारोह में भाग लेंगे।
चार से पांच मिनट के संक्षिप्त ध्वजारोहण अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री बटन दबाकर ध्वज फहराएंगे। सात हजार अतिथि समारोह के साक्षी बनेंगे, जिनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, , धर्मगुरु, व्यापार जगत के प्रमुख नाम, दलित, वंचित, किन्नर और अघोरी समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हैं।
ध्वजारोहण की इस ऐतिहासिक अवसर पर, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एक भव्य मंगल-स्वस्ति गान प्रस्तुत कर रहा है। यह एक दिव्य संगीतमय अर्पण है, जिसका उद्देश्य पूरे वातावरण को आध्यात्मिक आभा से आलोकित करना है। देशभर के प्रतिष्ठित कलाकार इस पावन क्षण पर अपने स्वरों से भजन प्रस्तुत करेंगे। श्री रामचरितमानस के चुनिंदा प्रसंगों का गायन करेंगे और विभिन्न संत-परंपराओं की ओर से रचित मंगलमय काव्यों का सामूहिक वाचन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिखर पर ध्वजारोहण करने के साथ देश-दुनिया को राम मंदिर के निर्माण की पूर्णता का संदेश देंगे। मंगलवार को चार घंटे का उनका अयोध्या प्रवास होगा। पीएम विशेष विमान से एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हेलीकाॅप्टर से साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर आएंगे। इसके बाद सड़क मार्ग से रोड शो करते हुए राम मंदिर जाएंगे। पीएम के आगमन को देखते हुए एसपीजी ने सुरक्षा की कमान अपने हाथों में संभाली ली है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। रामनगरी में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी मंगलवार को सुबह 9.30 बजे विशेष विमान से महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि व भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी उनका स्वागत करेंगे। शासन और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। पीएम एयरपोर्ट से हेलाकाॅप्टर से साकेत कॉलेज परिसर में बनाए गए हेलीपैड पर आएंगे। हेलीपैड से पीएम का काफिला रामपथ पर रोड शो करते हुए जगद्गुरु आदि शंकराचार्य द्वार से राम मंदिर में प्रवेश करेगा।
रामपथ पर पीएम मोदी के रोड शो के दौरान भव्य स्वागत किए जाने की तैयारी है। करीब एक किमी लंबे इस मार्ग के दोनों तरफ 12 स्थानों पर महिलाओं और समाज के विभिन्न वर्गों की ओर से पुष्प वर्षा के साथ उनकी अगवानी की जाएगी। साकेत कॉलेज के गेट पर वैदिक आचार्यों के नेतृत्व में बटुक शंख ध्वनि के साथ स्वस्तिवाचन करेंगे। सात स्थानों पर बनाए गए सांस्कृतिक मंचों पर प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आए लोक कलाकार संगीत की त्रिवेणी नृत्य, वादन और गायन प्रस्तुत करेंगे।
राम मंदिर के निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत सुबह 10 बजे राम मंदिर पहुंचेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी होंगी। पीएम मोदी सबसे पहले राम जन्मभूमि में सप्त ऋषि मंदिर के दर्शन करेंगे।
इसके बाद शेषावतार मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, रामलला और राम दरबार के दर्शन करेंगे। दर्शन-पूजन और परिसर का भ्रमण करने के बाद ध्वजारोहण समारोह में शामिल होंगे। इस समारोह में आठ हजार मेहमान शामिल होंगे। शुभ मुहूर्त में सुबह 11:58 से दोपहर एक बजे के मध्य पीएम राम मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराएंगे। इसके बाद उनका संबोधन होगा। पीएम दोपहर 1:30 बजे राम मंदिर से वापस एयरपोर्ट जाएंगे।
ध्वजारोहण समारोह के लिए राम मंदिर को सजाने का काम तेजी से चल रहा है। राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे दंड पर सोना मढ़ा गया है। करीब 21 किग्रा सोना, इस दंड पर लग रहा है। इस काम को मुंबई से आए कारीगरों ने पूरा किया है। बता दें कि पांच अगस्त, 2020 को जिस भूमि तल पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था, शिखर के नाभि दंड का निर्माण उसी स्थल पर किया गया है। यह भूमि पूजन भूमि की सतह से करीब 50 फीट नीचे किया गया था। वर्तमान में इसकी ऊंचाई शिखर तक है, जो कि सतह से 161 फीट ऊंचा है। इस तरह नाभि दंड की कुल ऊंचाई 211 फिट है।
फिलहाल इस नाभि दंड की कुल लंबाई में भूमि तल से ऊपर दिखाई दे रहे दंड को स्वर्ण मंडित किया जा रहा है। इस नाभि दंड की नाप-जोख पहले हो गई थी। उसी नाप-जोख के अनुसार मुंबई के कारीगर यहां दंड का आवरण लेकर राम मंदिर में आए हैं और नाभि दंड पर स्वर्ण का आवरण चढ़ाया गया है। राम मंदिर के पश्चिम दिशा में इस नाभि दंड को देखा जा सकता है जिस पर आधे से अधिक लंबाई में स्वर्ण पत्तल चढ़ा दिया गया है।
ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ चिकित्सकों की टीम तैनात की गई है। दोनों के काफिले में तीन-तीन एंबुलेंस में चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी अलर्ट मोड पर रखे गए हैं। सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बानियान ने बताया कि ध्वजारोहण को लेकर समस्त तैयारी पूरी कर ली गई है। श्रीराम अस्पताल में भी 40 बेड का वार्ड आरक्षित किया गया है। इसके अलावा जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में 60 बेड आरक्षित हैं। मेडिकल कॉलेज में सेफ हाउस बनाया गया है, जहां विशेषज्ञों की टीम तैनात की गई है।
