नई दिल्ली : व्हाट्सएप भारत में सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग एप्स में से एक है, जिसके लाखों यूजर्स हैं। लोकप्रियता के कारण यह प्लेटफॉर्म धोखाधड़ी करने वालों और स्कैमर्स के लिए भी एक हॉटस्पॉट बन गया है। इनसे निपटने के लिए WhatsApp हर महीने शिकायतों का रिव्यू करता है और उसके आधार पर अकाउंट पर बैन लगाता है। एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई करते हुए WhatsApp ने एक महीने में 80 लाख अकाउंट पर बैन लगाया है।
व्हाट्सएप की नई पारदर्शिता रिपोर्ट के अनुसार मेटा के स्वामित्व वाले इस इंस्टेंट मैसेजिंग एप ने अगस्त में भारत में 84,58,000 यूजर्स को बैन कर दिया। यह रिपोर्ट सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के नियम 4(1)(d) और नियम 3A(7) का पालन करते हुए प्रकाशित की गई है।
1 अगस्त से 31 अगस्त के बीच व्हाट्सएप ने कुल 84,58,000 भारतीय अकाउंट को ब्लॉक किया। इनमें से 16,61,000 खातों को सक्रिय रूप से प्रतिबंधित किया गया, जिसका अर्थ है कि इन खातों को किसी भी यूजर्स की शिकायत मिलने से पहले ही पहचान कर कार्रवाई की गई।
व्हाट्सएप ने बताया कि अगस्त 2024 में उसे अपनी शिकायत सिस्टम के माध्यम से 10,707 यूजर्स शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से व्हाट्सएप ने 93 शिकायतों पर कार्रवाई की। यूजर्स शिकायतें ईमेल आदि के माध्यम से व्हाट्सएप के इंडिया ग्रेवांस ऑफिसर को भेजते हैं।
सेवा शर्तों का उल्लंघन : इसमें बल्क (थोक में) मैसेज भेजना, स्पैमिंग, धोखाधड़ी में संलग्न होना या गलत जानकारी साझा करना शामिल है।
अवैध गतिविधियां : ऐसे अकाउंट जो स्थानीय कानूनों के तहत अवैध मानी जाने वाली गतिविधियों में शामिल होते हैं, उन्हें फ्लैग किया जाता है और प्रतिबंधित किया जाता है।
यूजर्स शिकायतें : व्हाट्सएप उन खातों पर भी कार्रवाई करता है, जिनके खिलाफ यूजर्स अभद्र, उत्पीड़न पूर्ण या अनुचित व्यवहार की शिकायत करते हैं।